दिल और होश में रहती है एक कश्मकश हर पल,
दिल जो चाहता है होश उसे नकार देता है,
होश जो सोचता है दिल उसे गलत करार देता है।
दिल में लाखों ख्वाब होते हैं , और
होश में अनगिनत सवाल होते हैं।
ना दिल के ख्वाब कभी मुक्कवल होते हैं, और
ना होश के सवाल कभी ख़त्म होते हैं।
ता उम्र आजमाईश दोनों की है,
जीत में हार दोनों की है।