ये दिल भी कितना अजीब है,
जिन्हें हम भुलना चाहते हैं,
उन्हें लाख कोशिशों पर भी भुलने नहीं देता,
जो हमें याद आना चाहते हैं,
उन्हें लाख चाहने पर भी याद आने नहीं देता।
कुछ अलग ही रिवायत है इसकी,
किसी पर बिना बात ही मेहरबां है,
और किसी को लाख चाहने पर भी तव्वजों नहीं देता।
कुछ अनोखे ही उसूल हैं इसके,
किसी का एक पल में हो जाता है,
और किसी से सालों में भी अंजाना सा ही रहता है।
कुछ निराला ही फलसफा है इसका,
कितनी ही अनकही बातों को ता उम्र संजोए रखता है,
और कितनी कहीं बातों को कहते ही भूल जाता है।
ये दिल भी कितना अजीब है।💞